मेघालय सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1983 के अंतर्गत पंजीकृत सोसायटी उत्तर-पूर्वी अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (एन.ई-सैक), अंतरिक्ष विभाग, भारत सरकार तथा उत्तर पूर्वी परिषद (एन.ई.सी) की संयुक्त पहल है। केंद्र ने अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र (एन.ई.आर) के आठ राज्यों को 20 साल से अधिक समर्पित सेवाएं प्रदान की है।

केंद्र के प्रमुख उद्देश्य निम्न है –

  • क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों और बुनियादि ढांचे की योजना के विकास/प्रबंधन पर गतिविधियों का समर्थन करने के लिए एक परिचालन सुदूर संवेदन और भौगोलिक सूचना प्रणाली की सहायता से प्राकृतिक संसाधन सूचना आधार प्रदान करना,
  • क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, आपदा प्रबंधन सहायता और विकास संबंधी प्रचालनी उपग्रह संचार अनुप्रयोग सेवाएं प्रदान करना,
  • अंतरिक्ष और वायुमंडलीय विज्ञान क्षेत्र में अनुसंधान करना और एन.ई.आर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के साथ यंत्रीकरण हब और और नेटवर्किंग स्थापित करना,
  • आपदा प्रबंधन के लिए सभी संभव स्थान आधारित समर्थन के लिए सिंगल विंडो डिलवरी को सक्षम करना,
  • भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में क्षमता निर्माण के लिए क्षेत्रीय स्तर के बुनियादि अवसंरचना को स्थापित करना।
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