ऑडिट दिवस के भाग स्वरूप 24 नवंबर, 2023 को एनईसैक के सहयोग से प्रधान महालेखाकार कार्यालय, शिलांग द्वारा “भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से जवाबदेही बढ़ाना” पर अर्ध दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया था।
संगोष्ठी की शुरुआत शेफाली एस अंदलीब पीआर अकाउंटेंट जनरल (ऑडिट) की शुरुआती टिप्पणियों से हुई। श्री सीएच खरसिंग, पीआर महालेखाकार (ए एंड ई) ने कार्यपालिका की जवाबदेही सुनिश्चित करने में सी एंड एजी की भूमिका पर बात की। डॉ. एस.पी. अग्रवाल, निदेशक, एनईसैक ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी समर्थन की भूमिका पर व्याख्यान दिया। डॉ. दिव्यज्योति चुटिया, प्रमुख, जीआईडी ने एनईआर में शासन गतिविधियों को सशक्त बनाने के लिए आईसीटी सक्षम भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी पर एक प्रस्तुति दी, जबकि श्री निलय निशांत, वैज्ञानिक एसई, जीआईडी ने एनईसैक द्वारा विकसित विभिन्न शासन अनुप्रयोगों पर लाइव प्रदर्शन दिया।
भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से जवाबदेही बढ़ाने पर अर्ध दिवसीय संगोष्ठी
Posted in इवेंट्स
Previous Post
एनईसैक ने “जल संसाधनों और बाढ़ प्रबंधन में रिमोट सेंसिंग और जीआईएस के अनुप्रयोग” पर दो सप्ताह का पाठ्यक्रम आयोजित किया है।
Next Post
मेकांग-गंगा सहयोग प्रशिक्षण कार्यक्रम के एक भाग के रूप में दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के प्रतिनिधियों ने एनईसैक का दौरा किया