17-21 अक्टूबर के दौरान “आपदा प्रबंधन के लिए उपग्रह संचार (सैटकॉम) अनुप्रयोग” पर ऑनलाइन मोड में एक सप्ताह का लघु पाठ्यक्रम आयोजित किया गया था। पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग छात्रों और पूर्वोत्तर क्षेत्र के कामकाजी पेशेवरों के लिए लक्षित था। पाठ्यक्रम की विषयवस्तु को उपग्रह संचार और नेविगेशन प्रोद्योगिकियों की बुनियादी समझ प्रदान करने और और आपदा प्रबंधन अनुप्रयोगों पर विशेष ज़ोर देने के साथ सैटकॉम और सैटनैव के विविध अनुप्रयोगों के बारे में जानकारी देने की योजना बनाई गई थी। विविध पृष्ठभूमि वाले कुल 58 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया।
पाठ्यक्रम ब्रोशर और शेड्यूल एनईसैक क्षमता निर्माण पोर्टल में प्रकाशित किया गया था और पूर्वोत्तर क्षेत्र के प्रमुख इंजीनियरिंग कॉलेजों और तकनीकी शिक्षा संस्थानों को भेजा गया था। संकाय विभिन्न इसरो केंद्रों यथा- अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (सैक), अहमदाबाद, उपग्रह संचार कार्यक्रम कार्यालय(एससीपीओ), इसरो मुख्यालय, बेंगलुरू, भारतीय सुदूर संवेदन संसाधन (आईआईआरएस), देहरादून और सभी एनईआर राज्य आपदा प्रबंधन एजेंसियों(एसडीएमए) के संसाधन व्यक्ति और पश्चिम बंगाल एसडीएमए के साथ-साथ एनईसैक से थे। ह्यूजेस कम्यूनिकेशंस (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के उद्योग विशेषज्ञ से एक व्याख्यान की व्यवस्था की गई थी, पाठ्यक्रम को गूगल क्लास-रूम प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रबंधित किया गया था।
समापन समारोह सह समापन सत्र 21 अक्टूबर, 2022 को आयोजित किया गया था। प्रतिभागियों के साथ-साथ कुछ विशेषज्ञ ऑनलाइन मोड में उपलब्ध थे। विशेषज्ञों और प्रतिभागियों ने अपने-अपने अनुभव व्यक्त किए। डॉ.एस.पी.अग्रवाल, निदेशक, एनईसैक ने अपनी टिप्पणी में विभिन्न केस अध्ययनों के माध्यम से आपदा के दौरान आपातकालीन संचार के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने पाठ्यक्रम के सफल समापन पर प्रतिभागियों को बधाई दी और पाठ्यक्रम के आयोजन के लिए उपग्रह संचार और यूएवी गतिविधी प्रभाग (एसयूडी) टीम की सराहना की। श्री रमनी कुमार दास, प्रमुख एसयूडी और श्री अंजन देबनाथ, एसयूडी, एनईसैक ने क्रमशः पाठ्यक्रम के लिए पाठ्यक्रम निदेशक और पाठ्यक्रम अधिकारी के रूप में कार्य किया।