इसरो की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी ऊष्मायन केंद्र पहल के तहत पहला भौतिक उत्पाद, एक एकीकृत, लघु और पोर्टेबल वायु प्रदूषण निगरानी प्रणाली, प्रोफेसर एच.के. शर्मा, निदेशक, एनआईटी, अगरतला द्वारा श्री सुधीर कुमार एन, निदेशक, सीबीपीओ इसरो मुख्यालय की उपस्थिति में डॉ. एस.पी.अग्रवाल, निदेशक, एनईसैक को सौंप दिया गया। इस उत्पाद को छात्रों की एक टीम द्वारा डॉ. मित्रबरूण सरकार, सहायक प्रोफेसर, सीई विभाग, एनआईटी अगरतला के मार्ग दर्शन में विकसित किया गया था। डॉ. श्याम एस.कुंडू, प्रमुख, एसएएसडी द्वारा इसके विकास के लिए युक्ति और परामर्श की अवधारणा प्रदान की गई थी। उपकरण NO2, SO2, ओज़ोन, मिथेन, PM10, PM2.5, तापमान और आर्द्रता की वास्तविक समय माप और निगरानी प्रदान करता है। डेटा हर पांच सेकेंट में (उपयोगकर्ता चयन योग्य) में सेंसर द्वारा एकत्र किया जाता है और डेटा संग्रह बिंदु के निर्देशांक पर जानकारी के साथ डेटा लॉगर में संग्रहीत किया जाता है। एकत्रित डेटा जीपीआरएस कनेक्टिविटी के माध्यम से एक केंद्रीय सर्वर को प्रेषित किया जाता हैऔर इसे परियोजना के हिस्से के रूप में विकसित मोबाईल एप का उपयोग करके देखा जा सकता है।
उत्पाद सौंपने का कार्यक्रम 27 अप्रैल, 2023 को एनआईटी अगरतला में आयोजित किया गया था जिसमें बड़ी संख्या में एनआईटी अगरतला के संकाय और छात्रों ने भाग लिया था। निदेशक, एनईसैक ने सभा को संबोधित किया एवं अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग करने वाले नवीन उत्पादों और सेवाओं को विकसित करने के लिए एनईसैक और एनआईटी अगरतला के मध्य अधिक सहयोगात्मक कार्य के अपने दृष्टिकोण को साझा किया। एनईसैक ने एसटीआईसी एनआईटी अगरतला के तहत दो अन्य परियोजनाओं को भी पूरा किया है, दोनों ही श्री अंजन देबनाथ वैज्ञा./अभि. ‘एसई’ द्वारा परामर्शित है।