उपग्रह संचार और उपग्रह नेविगेशनः प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोगों पर ऑनलाइन पाठ्यक्रम का तीसरा संस्करण 09-13 अक्तूबर, 2023 के दौरान एनईसैक में आयोजित किया गया था। पाठ्यक्रम के लिए मुख्य रूप से एन.आई.टी और अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों से कुल 55 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया। एस.यू.डी, एनईसैक के वैज्ञानिकों के साथ-साथ अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र(सैक), अहमदाबाद, सैटकॉम कार्यक्रम कार्यालय(सैटकॉम पीओ), इसरो मुख्यालय और उद्योग विशेषज्ञों के विषयगत विशेषज्ञों द्वारा कुल 13 व्याख्यान दिए गए। पाठ्यक्रम में सैटलाइट संचार और नेविगेशन की मूल बातें, ग्राउंड स्टेशन, आर.एफ, बेसबैंड प्रौद्योगिकियां, और इंटरनेट सेवाओं के लिए हाई थ्रूपुट सैटलाइट्स(एचटीएस) पर विशेष जोर देने के साथ सैटकॉम और सैटनाव के अनुप्रयोग, आपदा प्रबंधन और नाविक अनुप्रयोगों के लिए मोबाइल सैटलाइट सेवाएं (एम.एस.एस) अनुप्रयोग जैसे विषयों को शामिल किया गया है। पाठ्यक्रम का उद्घाटन श्री एच रायप्पा, निदेशक, सैटकॉम, पीओ इसरो मुख्यालय द्वारा किया गया, श्री अंजन देबनाथ, एस.यू.डी, एनईसैक ने पाठ्यक्रम अधिकारी के रूप में कार्य किया, जबकि श्री रमनी कुमार दास, प्रमुख, एस.यू.डी, एनईसैक इस पाठ्यक्रम के लिए पाठ्यक्रम निदेशक थे।
एनईसैक ने सैटकॉम और सैटनाव पर एक सप्ताह का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया है
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