एनईसैक ने राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एन.आर.एस.सी), हैदराबाद और भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान (आई.आई.आर.एस), देहरादून के साथ संयुक्त रूप से 07-11 अगस्त, 2023 के दौरान को एनईसैक में पूर्वोत्तर राज्यों पर जोर देते हुए शासन के लिए अंतरिक्ष आधारित इनपुट पर एक सप्ताह का आवासीय संरचित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया।
कार्यक्रम का उद्गाटन डॉ. एस.पी.अग्रवाल, निदेशक, एनईसैक के स्वागत संभाषण के साथ हुआ जिसके क्रम में आगे डॉ. के.विनोद कुमार एसोसिएट निदेशक, एन.आर.एस.सी और डॉ. आर.पी.सिंह, निदेशक, आई.आई.आर.एस, देहरादून के संबोधन हुए। श्री शांतनु भटावडेकर, वैज्ञानिक सचिव, इसरो ने मुख्य अतिथि के रूप में उद्घाटन समारोह की शोभा बढ़ाई और प्रतिभागियों को संबोधन किया। उन्होंने विभिन्न शासन अनुप्रयोगों में भूस्थानिक प्रौद्योगिकी की भूमिका पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में इसरो/अंतरिक्ष विभाग केंद्रों के 21 वैज्ञानिकों /अभियंताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, बुनियादी अवसंरचना की योजना, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में सहायता, अत्याधुनिक यू.ए.वी अनुप्रयोगों सहित आपदा प्रबंधन सहायता जैसें भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी और शासन अनुप्रयोगों की मूल बाते शामिल थी। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विषयों को कवर करने के लिए एन.आर.एस.सी, सैक, आई.आई.आर.एस और राज्य उपयोगकर्ता विभागों से प्रतिष्ठित विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम ने विशेष रूप से पूर्वोत्तर राज्यों में अंतरिक्ष अनुप्रयोग परियोजनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला को निष्पादित करते समय विशेषज्ञों और हितधारकों द्वारा प्राप्त अनुभवों और ज्ञान, चुनोतियों और सीखे गए सबक को साझा करने के लिए एक ही मंच प्रदान किया। प्रतिभागियों के लिए आई.आई.एम, शिलांग में एक एक्सपोज़र विज़िट की व्यवस्था की गई, जहां प्रोफेसर रोहित द्विवेदी ने एन.ई.आर में सुशासन के अद्वितीय अवसरों और चुनौतियों पर व्याख्यान दिए।
कार्यक्रम के समापन समारोह में श्रीमती लोया मद्दूरी, आई.ए.एस, सचिव, विज्ञान प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन विभाग, असम सरकार, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थी। उन्होनें एस.टी.पी के सफल आयोजन में एनईसैक के प्रयास की सराहना की और असम सरकार की योजना तथा विकास प्रक्रिया में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी इनपुट के महत्वपूर्ण सहयोग पर प्रकाश डाला। डॉ. एस.पी.अग्रवाल, निदेशक, एनईसैक ने प्रतिभागियों क संबोधित किया और कार्टक्रम के सफल समानीप करने पर प्रतिभागियों को बधाई दी। श्री पी.एल.एन राजू, विशेष सचिव, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन विभाग, असम सरकार, और निदेशक, असम राज्य अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (ए.एस.एस.ए.सी) भी समापन समारोह में शामिल हुए। डॉ. बी.के.हैंडिक, प्रमुख, पी.पी.ई.जी, एनईसैक और पाठ्यक्रम निदेशक द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।