एनईसैक ने 08-12 मई, 2023 के दौरान ‘प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन और अनुप्रयोगों में ईओएस-04 डेटा का उपयोग’ पर एक सप्ताह का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। इस प्रशिक्षण ने उनतीस प्रतिभागियों के एक विविध समूह को आकर्षित किया जिसमें संकाय सदस्य, राज्य उपयोगकर्ता, वैज्ञानिक, अनुसंधान अध्येता आदि शामिल थे। उद्घाटन कार्यक्रम में डॉ. एस.पी अग्रवाल, निदेशक, एनईसैक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। पाठ्यक्रम की आवश्यकताओं के अनुरूप कुल दस सिद्धांत कक्षाएं और चार व्यावहारिक सत्रों की सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई थी। विशेष विषयों पर व्यावहारिक सत्र देने के लिए अन्य इसरो केंद्रों के चार प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों को आमंत्रित किया गया था। सैक, इसरो के वैज्ञानिक श्री राघव मेहरा ने ‘एसएआर रिमोट सेंसिंग का परिचय’ और ‘ईओएस-04 डेटा के प्रसंस्करण’ पर बहुमूल्य ज्ञान साझा किया। एनआरएससी, हैदराबाद की वैज्ञानिक श्रीमती एस हरि प्रिया और श्रीमती के निहारिका ने प्रतिभागियों को ‘ईओएस-04 और इसके उत्पादों का अवलोकन’ और ‘एसएआर पोलारिमेट्री और इसके अनुप्रयोगों’ पर प्रबुद्ध किया। आईआईआरएस, देहरादून के वैज्ञानिक श्री आशीष जोशी ने ‘एसएआर इंटरफेरोमेट्री और इसके अनुप्रयोगों’ पर अपनी विशेषज्ञता से प्रतिभागियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
समापन कार्यक्रम 12 मई 2023 को आयोजित किया गया था, जहां एनआरएससी के निदेशक डॉ. प्रकाश चौहान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। डॉ. कुंतला भूषण, वरिष्ठ वैज्ञानिक, भूविज्ञान प्रभाग, एनईसैक ने पाठ्यक्रम निदेशक के रूप में कार्य किया, जबकि डॉ. प्रदेश जेना, वैज्ञानिक, कृषि एवं मृदा प्रभाग, एनईसैक ने पाठ्यक्रम अधिकारी के रूप में उनका सहयोग किया।